Mohammed Shami:मोहम्मद शमी का अप्रत्याशित करियर

Riyajuddin Ansari
By -

credit @TV9 Bharatvarsh

Mohammed Shami ODI वर्ल्ड कप में मोस्ट विकेट टेकर इन्होंने वर्ल्ड कप में हैट्रिक ले रखी है|जसप्रीत बुमराह जैसे वर्ल्ड क्लास बॉलर आईसीसी इवेंट के अंदर मोहम्मद शमी से पीछे रह जाते हैं|Mohammad Shami को जब मौका मिलता है तब यह बेस्ट बन जाते है|


लेकिन इनको मौका कब मिलता है शमी का करियर इतना ज्यादा अप्रत्याशित रहा है की आज तक ये लोगों को समझ ही नहीं आया|चलिए आज डिटेल में समझते है|


कहानी की शुरुआत 2004 में होती है जब 14 साल का एक लड़का काफी अच्छी बोलिंग करता था गली क्रिकेट के अंदर इसके पापा इसकी बोलिंग देखते हैं तो इनको लगता है की बड़े होकर क्रिकेटर बन सकता है इंडियन टीम में जा सकता है और इसलिए इसके पापा 22 किलोमीटर बस से दूर ट्रैवल करके जाते हैं| और मुरादाबाद में इसका नाम अकेडमी में करवाते हैं|

पिता का पेशेवर क्रिकेटर बनने का सपना

अब देखिए इनके पापा कोई अमीर वेक्ति नहीं थे बल्कि एक किशान थे|इसके बाद भी इन्होने शमी का नाम अकेडमी में लिखवाया था| और ऐसा इन्होंने इसीलिए किया था क्योंकि इनके जो पापा थे खुद भी क्रिकेटर बनना चाहते थे दरअसल में 14 साल के लड़के के पापा बचपन में क्रिकेटर बनना चाहते थे|


credit @India TV Hindi


लेकिन उनके पापा ने उनको ऐसा करने नहीं दिया इसलिए वह अपने बच्चे का करियर खराब होता नहीं देख सकते थे वह उसके ड्रीम को जानते थे| इसलिए उस 14 साल के बच्चे का एडमिशन अकेडमी में कराया गया अब ये 14 साल का लड़का जब पहली बार एकेडमी आता है तो उसके हाथ में लेदर बॉल आती है|


और यह ऐसी बॉल डालता है कि वह बॉल रिवर्स स्विंग हो जाती है, और कोच इनको देख कर हैरान हो जाते है की 14 साल का लड़का रिवर्स स्विंग कर रहा है यह कैसे हो सकता है| और यह जो लड़का जो रिवर्स स्विंग कर रहा था, वह कोई और नहीं बल्कि ये थे Mohammed Shami 


अब देखिये Mohammed Shami बचपन से ही अच्छी बोल्लिंग करते थे, नेचुरली इनके अंदर टैलेंट था कि ये नई बॉल को स्विंग करते थे पुरानी बॉल को रिवर्स स्विंग कर देते थे|यह गली क्रिकेट में ही इस स्किल को सीख चुके थे| और अकेडमी में इनको कोई दिक्कत ही नहीं होती है काफी बढ़िया बॉलिंग करने लग जाते है|

चयन प्रक्रिया में कथित राजनीतिक संदर्भ

इनके कोच एक साल इनको सीखाते हैं और उसके बाद उनको कहते है की अब तुम अंडर 19 खेलो तुम्हारा सलेक्शन हो जाएगा और 2006 का टाइम जब आया तो मोहम्मद शमी अंडर-19 के ट्रायल्स देने गए यूपी की तरफ से और यहां पर जब ट्रायल देते हैं तो बहुत अच्छी बोलिंग करते हैं| यहां पर विकेट लेते हैं बॉल्स भी बीट करते हैं|


credit @Sports Yaari


सबको लगता है Mohammed Shami पक्का अंडर-19 यूपी की टीम में आ जाएंगे बहुत जल्दी बाद में पता लगता है कि मोहम्मद शमी का नाम ही नहीं आया क्योंकि पॉलिटिक्स के चलते सिर्फ उसका नाम आया  जिसके कनेक्शन ऊपर तक थे|अब जब Mohammed Shami का नाम नहीं आता तो शमी तो अपसेट थे इनसे ज्यादा उपसेट इनके कोच थे|


क्योंकि उनको लग रहा था कि शमी के अंदर बहुत टैलेंट है और ये फालतू गवाया जा रहा है|इनको लग रहा था बस शमी को जैसे भी हो जल्दी से जल्दी यहां से निकलना होगा ऊपर का क्रिकेट खिलाना होगा| कुछ भी हो और इस पार्टिकुलर टाइम में क्या होता है कि कोलकाता के अंदर एक टीम थी जिसका नाम था दलहौजी एथलेटिक क्लब|

कोच को क्लब से फोन आया, उन्होंने शमी की सिफारिश की

यह टीम कॉल करती है इनके कोच बदरुद्दीन को और ये कहते है की हमें एक बॉलर चाहिए हमारी टीम के लिए क्योंकि हमारे पास बॉलर नहीं है| इनके कोच ने शमी से बोला की इससे अच्छी अपॉर्चुनिटी क्या मिल सकती है तुम सबसे पहले यहां से निकलो कोलकाता जाओ,अब शमी अपने पिता को बुलाते है तो इनके कोच इनके पिता को सारी चीजे समझाते है और बोल देते हैं कि इसको कोलकाता भेज दो|


credit @AajTak


वहां से आगे खेल सकता है यहां पर तो इसका करियर ऐसे ही बर्बाद हो जाएगा तो उनके पिता जी भी मान गए और यह निकल जाते हैं कोलकाता के लिए|अब देखिए जब ये कोलकाता गए थे तो इसकी भी एक अलग कहानी है कि, कोलकाता अमृतसर मेल ट्रेन से कोलकाता के लिए रवाना हुए थे| अभी जो ट्रेन थी इसी के ऊपर बाद में एक आर्टिकल आता है|

अमृतसर मेल टू सक्सेस

जिसमें लिखा रहता है, अमृतसर मेल टू सक्सेस यहां से निकलने के बाद ही शमी ने इतनी सक्सेस को पाया कि आज इतने बड़े सुपरस्टार बन गए है,तो इसी के ऊपर ये ट्रेन में पूरी जर्नी लिखी गई है Mohammed Shami की आप यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं, आपको गूगल में मिल जाएगा|


अब क्या होता है की दलहौजी तेम्म में चले आते है और वह पे काफी अच्छी बोलिंग कर रहे थे|सेमी फाइनल के अंदर ये 4 विकेट ले जाते हैं अपनी टीम की तरफ से और यहां पर क्या होता है कि देवा व्रत दास जी, जो राजस्थान क्लब के ऑनर थे आए हुए थे और ये देखते हैं कि ये लड़का काफी अच्छी बॉलिंग कर रहा है इसको मैं अपनी टीम में रख लूं तो मेरी टीम ज्यादा टूर्नामेंट जीत पाएगी|

देबब्रत ने समर्थन के लिए 75000 की पेशकश की

तो उन्होंने Mohammed Shami को एक कांट्रेक्ट ऑफर कर दिया इन्होंने मोहम्मद शमी से बोला कि मै तुम्हे 75 हजार रुपए साल का दूंगा अगर तुम मेरी टीम से खेलोगे पुरे साल भर तो इसके लिए शमी को कोलकाता छोड़ना पड़ेगा राजस्थान जाना पड़ेगा| और देव व्रत जी के साथ रहना पड़ेगा और शमी इसके लिए मान भी गए थे|


credit @Hindustan


क्योंकि यहाँ पैसे आ रहे थे शमी के पास यहां खाने को पैसे नहीं थे, और उसके बाद जब उनको 75000 का कॉन्ट्रैक्ट मिल जाएगा तो ये कैसे छोड़ देते और ये चले गए देव प्रथा दास जी के साथ और यहां से Shami की गाड़ी ने रफ्तार पकड़ी क्योंकि जब यह देव प्रथा जी के साथ जाते हैं यह बहुत ही कमाल के व्येक्ति थे| 


दरअसल इनका पूरा कांट्रेक्ट था अंडर 22 से लेकर हर एक चीज में इन्होंने अंडर 22 के कोच को दिखाया शमी का गेम और बताया कि मेरी टीम से खेलता है बहुत अच्छी बोलिंग करता है इसको अंडर 22 की टीम में डाल दो, तो यहां पर जब शमी को अंदर 22 के लिए सजेस्ट किया गया तो शमी का अंडर 22 में सिलेक्शन हो गया इनका नाम आ गया|


अभी Mohammed Shami की गाड़ी निकल पड़ी, क्योंकि अंडर 22 की टीम में आ चुके थे लेकिन दिक्कत ये थी की प्लेईंग 11 में इनकी जगह ही नहीं बन पा रही थी| बात यह थी की शमी का ऊपर सिलेक्शन तो हुआ था लेकिन वह बोलने के कारण हुआ था ऐसे उनको सेलेक्टर आके कर सेलेक्ट नहीं किए थे|

अंडर 22 की टीम में है लेकिन कोई स्थान नहीं

क्योंकि सिलेक्टर पॉलीटिकल कनेक्शंस वाले बच्चों को ले गए थे|ये बहुत अच्छी बोलिंग तो कर रहे थे लेकिन यह बैठे थे|शमी का नाम तो आ गया था लेकिन इसके बाद भी इनको मौका नहीं मिल रहा था और किस तरह यह इंडियन टीम में आ पाते किसी को नहीं पता था| लेकिन होता क्या है कि एक बार सौरव गांगुली जाते हैं प्रेक्टिस करने के लिए और इनको बोलर की कमी पड़ती है तो अंडर 22 के बोलर को बुलाते है|


credit @ABP News


तो यहाँ मोहम्मद शमी सौरव गांगुली को बॉलिंग करने आते हैं और मोहम्मद शमी पहली तीन की तीन बॉल सौरव गांगुली को बीट निकाल देते हैं| अब गांगुली इस समय बहुत बड़े प्लेयर बन चुके थे इनको जैसे ही उन्होंने बॉल को बीट निकाली, काफी बढ़िया बॉल डाली, गांगुली तो चकित रह गए कि इतने कमाल के बोलर है|


गांगुली शमी से पूछते है की आप कहां से हो कौन सी टीम से खेलते हो तो शमी ने इनको सब कुछ बताया Mohammed Shami ने इनको बताया कि बंगाल के अंडर 22 की टीम में है लेकिन अभी तक इनकी प्लेइंग 11 में जगह बन नहीं पाई है, बस एक टीम का हिस्सा है| सौरव गांगुली ने इनसे बोला ठीक है तुम मुझे बोलिंग करो सौरभ गांगुली 45 मिनट तक उनकी बॉल खेलते हैं लगातार|

सौरव गांगुली ने शमी को शामिल करने का समर्थन किया

और इसके बाद क्या था सौरव गांगुली ने बोला कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलोगे इन्होने बोला बिलकुल खेलूंगा अब सौरभ गांगुली ने कॉल किया सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के ऑर्गेनाइजर को बताया कि एक लड़का है जो खेलना चाहता है और उसकी टीम में डलवा दिया मोहम्मद शमी जिनकी जगह नहीं बन पा रही थी वह एकदम से समार्ट में चले गए|


credit @Hindustan Times


और यहां पर जाते के साथ पहले मैच के अंदर 24 रन देकर 4 विकेट भी ले गए बाद में पूरे टूर्नामेंट में आठ मैच में 14 विकेट ले जाते हैं 11 का इनका एवरेज था| और इस परफॉर्मेंस की दम पर इनका फर्स्ट क्लास डेब्यू भी हो जाता है| बाद में 2011 में कोलकाता इनको बुला लेता है ऐस अ नेट बॉलर कोलकाता अभी उनको खरीदा नहीं था ऐस अ नेट बोलर बुलाया था|


कि नेट में तुम बोलिंग करो और शमी की गाड़ी ने अभी और रफ्तार पकड़ ली थी क्योंकि कोलकाता में जब यह जाते हैं तो नेट के अंदर यह बड़े-बड़े बैट्समैन को बोलिंग करते हैं गौतम गंभीर वगैरह सब को ये बॉलिंग किया करते थे नेट के अंदर बाद में 2011 के अंदर ये फिर से खेलने जाते है समार्ट और यहां पर इनको मौका नहीं मिल रहा था लगातर इनको बैठा दिया जाता था|


क्योंकि बाकी बॉलर्स को भी टेस्ट करना था लेकिन होता क्या है की समार्ट के फाइनल में इनकी टीम पहुंच जाती है और फाइनल में इनका मेंन बॉलर चोटिल हो जाता है तो शमी को अभी रिप्लेसमेंट के तौर पर लाया जाता है| अब शमी रिप्लेसमेंट बॉलर पर आए थे किसी को ज्यादा उम्मीद नहीं थी|

4 मेडन 1 विकेट 2.55 इकॉनमी

लेकिन शमी ने इस मैच के अंदर 8 विकेट निकाले अब देखिए शमी यहाँ रेंडम बॉलिंग करने आए थे आठ विकेट जब ये लेकर गए तो सिलेक्टर को यह बात बहुत पसंद आई की ये कैसे भी बॉलिंग कर सकते हैं|एक मैच इन्होने खेला और उसमे भी 8 विकेट इनका नाम  इंडियन टीम में आ गया ऑडीआई कॉल आता है 2012 की एंडिंग में पाकिस्तान के सामने बाद में जनवरी 2013 में इनका डेब्यू हो जाता है पाकिस्तान के सामने ही इनका डेब्यू भी हुआ था और पहले ही मैच में कमाल कर देते हैं|


credit @MSN


Mohammed Shami ने पहले ही मैच में खाली 4 तो मैडन ओवर डाले और 1 विकेट निकला था और इनकी इकॉनमी 2.55 की थी और यह ऑडीआई की बात है|इन्होने इतनी कमाल की बोलिंग की थी की इसी साल इनका टेस्ट के अंदर भी काफी आसानी से डेब्यू हो चुका था| और टेस्ट में जब इनका डेब्यू होता है तो पहले ही मैच में 9 विकेट लेकर चले आते हैं|


दोनों इनिंग को मिलाकर इन्होने 9 विकेट झटक लिए ये किसी भी इंडियन फास्ट बॉलर द्वारा बेस्ट टेस्ट डेब्यू था इसके पहले कोई भी फास्ट बॉलर पहले ही मैच में 9 विकेट लेकर नहीं गया था| और यही सब देखकर KKR  ने भी 2013 के अंदर इनको 10 लाख रुपए में खरीदा, अभी तक KKR इनको नेट बोलर रक्खा था और इनको वो छोड़ देता है| और उनको में टीम में डालता है 10 लाख रुपए के बेस प्राइस में इनको लेकर आता है|

रिकॉर्ड दसवें विकेट की साझेदारी

मतलब 2013 के अंदर इंडियन टीम में भी आ गए थे आईपीएल में भी आ गए थे और हर जगह इनका सलेक्शन हो गया था| अब बारी थी की हर जगह विकेट ले और डोमिनेट करें लेकिन 2014 के स्टार्टिंग में कुछ अलग ही होता है| यहां यह विकेट नहीं लेते बल्कि यहां यह रन बनाते हैं|देखिये होता क्या है की 2014 के सुरुआत में,इंडिया और इंग्लैंड की सीरीज चल रही थी|


credit @Pinterest-India


और यहां पर एक टेस्ट मैच हुआ इस मैच के अंदर भुवनेश्वर कुमार के साथ Mohammed Shami ने 10th विकेट के लिए 111 रन की पार्टनरशिप कर दी, इससे पहले किसी भी इंडियन ने इतनी बड़ी पार्टनरशिप नहीं की थी यहां पर मोहम्मद शमी ने 50 मार दी थी| किसी ने एक्सपेक्ट भी नहीं किया था कि शमी बैटिंग भी कर सकते हैं|


जबकि पीओर बोलर है इसके बाद भी उन्होंने 50 मार दी और बाद में 2014 में लगातार अच्छी परफॉर्मेंस देते है काफी डीसेंत फोम में चल रहे थे लेकिन पहले ही साल इनकी परफोर्मेंस काफी अच्छी थी|इसलिए 2014 के बाद 2015 आता है तो शमी का नाम आता है ODI वर्ल्ड कप में, अब सोचने वाली बात ये थी की 2 साल पहले जो बंदा रणजी नहीं खेल पा रहा था जिसका नाम कहीं आ नहीं रहा था पॉलिटिक्स के कारण अभी वह वर्ल्ड कप की टीम में आ चुका था|

शमी का डेब्यू में तबाही 

और 2015 का जब स्टार्ट होता है तो इंडिया का मैच होता है पाकिस्तान से अब इंडिया और पाकिस्तान का मैच हमेशा से काफी ज्यादा हाई वोल्टेज रहता है यह दोनों देश एक दूसरे को युद्ध जैसा देखते हैं| जब भी इनका मैच होता है इस मैच में सबकी नज़र रहती है यहाँ पे जो परफॉर्म कर दे वह बहुत बड़ा हीरो बन जाता है| और इस मैच में क्या हुआ इंडिया की पहले बैटिंग आई|


विराट ने सेंचुरी मार दी तो इंडिया ने बना डाले 300 रन बैट्समेन ने इस तरीके से अपना काम कर दिया की अब पाकिस्तान जीत नहीं सकता था|अब बारी बोल्लर्स की थी की बोल्लर्स भी अपना काम करे फिर बोलिंग में जब Mohammed Shami बोमोहम्मद शमी आते हैं तो ये अपना पूरा काम करते हैं|9 ओवर में 35 रन देते है  और चार विकेट लेकर जाते हैं|


credit @Cricket Country


बाद में पूरे वर्ल्ड में अच्छी बोलिंग करते हैं और इसी बीच इंडिया सेमीफाइनल में इंटर कर जाता है| अब देखिए 2015 वर्ल्ड कप का जब सेमीफाइनल होता है तो यहां पर ऑस्ट्रेलिया के सामने इंडिया पहले बॉलिंग करने आई और यहां पर मोहम्मद शमी को बहुत मार पड़ी शमी ने 10 ओवर में 68 रन दे दिए और एक विकेट भी ले ना पाए,इसके बाद सब शमी को ट्रोल करने लगते है|

2016 विश्व कप से चूक गए

कैसा बॉलर है और उसको क्यों खिलाया गया था यह इतने रन खाया और विकेट तो ले नहीं पाया लेकिन बाद में सबको पता लगता है कि Mohammed Shami बहुत ज्यादा इंजर्ड थे वो सेमीफाइनल खेलना ही नहीं चाहते थे|शमी पुरे वर्ल्ड कप इन्जर्स थे वो लगातार इंजेक्शन लेकर खेल रहे थे| लेकिन सेमीफाइनल को बिल्कुल नहीं खेलना चाहते थे|


Mohammed Shami बहुत बड़ी इंजरी का शिकार बन चुके थे लेकिन धोनी ने इनसे बोला अगर तुम नहीं  खेलोगे तो कोई भी टीम में मेंन बॉलर नहीं है हमारी टीम काफी आसानी से हार जाएगी इसलिए शमी को खेलना पड़ा और इसीलिए शमी ने अपना ट्रीटमेंट करवाया, इंजेक्शन वगैरा लिया और इसके बाद यह मैच खेलने गए थे| मतलब ये फिट तो थे ही नहीं इस मैच के अंदर|


शमी की जो इंजरी थी वह बहुत लंबी थी 9 महीने के लिए इस इंजरी के चलते बेड रेस्ट दे दिया गया पूरे साल में 2015 में 12 ODI में 24 विकेट लेकर गए थे| मतलब ये टॉप बॉलर इंडिया के बन चुके थे,लेकिन दिक्कत ये थी कि अभी आए थे और अभी इनको इंजरी हो गई और ऐसी हुई की 9 महीने के लिए बेड रेस्ट ये बेड रेस्ट इतना लंबा चलता है कि 2016 वर्ल्ड कप निकल जाता है|


credit @The SportsRush


शमी स्वस्थ ही नहीं हो पाए इसलिए 2016 वर्ल्ड कप की टीम में शमी नहीं आए थे| अब क्या होता है कि इसी टाइम में इंडियन बोलिंग यूनिट में जसप्रीत बुमराह की एंट्री हो जाती है भुवनेश्वर कुमार का एकदम राइज हो जाता है 2016 की एंडिंग तक तो यहां पर सबको लगता है कि शमी अब इंडिया से बाहर हुए थे लेकिन यह ड्रॉप हो जाएंगे क्योंकि उमेश यादव 2017 में ड्रॉप हो गए थे|

मैं हावी हो जाऊंगा

लेकिन Mohammed Shami कभी ड्रॉप नहीं होते जब भी फिट होते टीम इनको लेकर आती क्योंकि ये कमाल की बोलिंग करते थे जैसे 2016 के बाद 2017 में शमी को टीम इंडिया रिटर्न लाती है सिर्फ तीन टेस्ट मैच खेल पाते है और तीन मैच में यह 10 विकेट लेकर चले जाते हैं|और उसके बाद ये फिर से इन्जर्ड हो जाते है और उसके बाद ये बेड रेस्ट में चले गए|


बाद में 2018 आता है और इस समय पूरे फिट हो जाते हैं 12 टेस्ट में खेलते हैं 47 विकेट लेकर जाते है और  लगातार अच्छी परफॉर्मेंस देते हैं और इसी के बाद आता है 2019 का साल जिस साल ODI वर्ल्ड कप होना था|


अब देखिए 2019 वर्ल्ड कप में सभी लोग बहुत ज्यादा एक्साटेड थे क्योकि 2015 वर्ल्ड कप में मेन टीम का हिस्सा थे| लेकिन इंजरी का शिकार थे इसलिए उतना परफॉर्म कर नहीं पाए सभी को बहुत उम्मीद थी कि 2019 में शमी कमाल कर देंगे,फिट थे बहुत प्रेक्टिस कर रहे थे लगातार इस वर्ल्ड कप के लिए फिर 2019 वर्ल्ड कप के लिए इंडिया के पास तीन मेंन फास्ट बॉलर भी थे|


credit @The Sporting News


जसप्रीत बुमराह थे भुवनेश्वर कुमार थे और Mohammed Shami थे सबको लग रहा था इंडिया कमाल कर देगी लेकिन होता क्या है कि मोहम्मद शमी को बेंच पर बैठा दिया जाता है स्टार्टिंग के मैच में क्योंकि इंडिया को एक एक्स्ट्रा स्पिनर खिलाना था| एक्चुअली में इंग्लैंड की जो पिच थी वो स्पिन को सपोर्ट कर रही थी तो उन्होंने यूजी चहल, कुलदीप यादव दोनों को खिलाया था|

4 मैचों में 14 विकेट

और इसलिए बोलिंग में सिर्फ बुमराह और भूवी खेल रहे थे साथ में हार्दिक बॉलिंग कर रहे थे मतलब शमी को इन्होंने सिलेक्ट ही नहीं किया Mohammed Shami सिर्फ 15 के स्क्वाड में थे लगातार ये बेंच पर थे ऐसा लगा, यह तो क्या हो गया इनका करियर खत्म हो जाएगा ऐसे तो लेकिन होता क्या है की 2 मैच बाद ही भुवि  को चोट लगती है और भुवि बाहर चले आते हैं|


अब भुवनेश्वर कुमार जब बाहर गए तब उनकी जगह मोहम्मद शमी की एंट्री होती है ODI वर्ल्ड कप 2019 में और Mohammed Shami की जब एंट्री होती है तो ये कमाल कर देते है| सिर्फ चार मैच के अंदर ही 14 विकेट लेकर जाते हैं इनका जो एवरेज था 13.78 का था इतनी कमाल की बोलिंग कर रहे थे की पूरा वर्ल्ड कप खेलते तो मोस्ट विकेट टेकर बन जाते|


इन्होने एक पंजा भी ले रखा था और कमाल की बात ये थी की इसी वर्ल्ड कप में ये हैट्रिक भी ले लेते है|जब भुवनेश्वर कुमार बाहर बैठे थे इसी भारत और अफगानिस्तान का एक मैच हुआ जहा इंडिया की पहली बैटिंग आई और 223 रन बस इंडिया बना पाई| ये स्कोर काफी छोटा था अफगानिस्तान जब चेस करने आती है तो अच्छा खेलते है और ऐसा लगता है कि अफगानिस्तान गेम जीत जाएगी|


credit @100MB


इस मैच में भुवनेश्वर कुमार चोटिल थे तो खेल नहीं रहे थे मतलब Mohammed Shami खेल रहे थे और लास्ट ओवर में गेम आ गया 6 बॉल में 16 रन तक अब Mohammed Shami के सामने मोहम्मद नवी थे जो काफी बढ़िया बैटिंग कर रहे थे|और 6 बॉल में जब 16 चाहिए थे तब पहली बॉल में चौक भी मार देते हैं|


यहाँ से सबको लग रहा था की शमी को मार पड़ जाएगी ये मैच अफगानिस्तान जीत जाएगी लेकिन अगली तीन बॉल में मोहम्मद शमी ने 3 विकेट निकाल दिए इन्होने इस मैच के अंदर हैट्रिक ली थी|शमी दुसरे ऐसे इंडियन बन गए थे जिन्होंने, हैट्रिक ली है चेतन शर्मा के बाद टोटल 4 मैच में 14 विकेट लेकर गए थे इसके बाद भी जब  भुवनेश्वर कुमार फिट हुए तो शमी को बेंच पर बैठा दिया गया|

आप मुझसे और क्या उम्मीद करते हैं?

स्टार्टिंग के कुछ मैच नहीं खेले समझ आता है लेकिन जब भुवि चोटिल हुए थे तो शमी रिटर्न आके इतनी कमाल की परफॉर्मेंस करते हैं चार मैच में 14 विकेट इसके बाद भी कुछ मैच बाद इनको बैठा दिया जाता है| क्योकि भुवि फिट हो गए थे,इंडियन मेनेजमेंट का कहना था की चहल और कुलदीप इन दोनों को ड्राप नहीं किया जा सकता क्योंकि दोनों कमाल की बॉलिंग कर रहे हैं|


और इनकी स्पिन काम भी आ रही है यहां पर साथ में उन्होंने बोला था की दिक्कत वाली बात यह है की भुवनेस्वर कुमार को स्विंगिंग कहा जाता है उनको थोड़ी ड्रॉप कर देंगे और बुमराह तो टीम की लीडिंग विकेट टेकर थे उनको कैसे ड्रॉप कर दिया जाता|बाद में इंडिया वर्ल्ड कप हार जाती है पुरे वर्ल्ड कप अंदर सबसे ज्यादा विकेट इंडिया के तरफ से जसप्रीत बुमराह ने लिए थे|


credit @India TV News


9 मैच के अंदर 18 विकेट लिए थे लेकिन सब लोग गुस्सा इस बात से थे की मोहम्मद शमी हर मैच में 14 विकेट ले गए थे 9 मैच में तो 28 ले जाते अब शमी फ्रस्टेट हो चुके थे|उनको समझ नहीं आ रहा था की ये क्या हो गया वर्ल्ड कप में उनको मौका मिला इतना अच्छा परफॉर्म किया है| इसके बाद भी उनको ड्रॉप कर दिया|


बीच में जब वह इंजर्ड हो गए थे तो टीम कहती की शमी कहा है,शमी कहा है उनको लेके आओ शमी जब फिट थे तो टीम इनको खिला ही नहीं रही थी|लेकिन Mohammed Shami ने ठान लिया की जब भी मौका मिलेगा कमाल कर देंगे लेकिन 2019 के बाद 2020 में कोविड था तो कोई मौका मिलता नहीं है| क्योंकि ज्यादा मैच नहीं होते थे|


2021 में भी इनको ज्यादा मौके नहीं मिलते 2022 में इनकी परफॉर्मेंस ठीक-ठाक थी इस साल वर्ल्ड कप में तो आए थे| लेकिन यहां पर काफी मार खा जाते हैं टीम इंडिया वर्ल्ड कप के अंदर 10 विकेट से हारता सेमीफाइनल और बाहर भी हो जाता है|लेकिन ये T20I फोर्मेट था शमी की स्पेशलिटी तो वैसे भी टेस्ट ODI में थी| और इसी का वेट कर रहे थे|

6 करोड़ की परफॉर्मेंस

और यह चीज आती है 2023 में 2023 में फिर होता है ODI वर्ल्डकप अब देखिये 2023 में ODI तो था ही लेकिन वर्ल्ड कप से पहले 2023 में आईपीएल भी हुआ था| और आईपीएल इससे पहले भी हो रहा था लेकिन इससे पहले शमी ने कुछ ऐसा एक्सेप्शनल नहीं किया था|लेकिन इस साल आईपीएल में GT की टीम में थे जो पहले से ही डोमिनेटिंग टीम थी|


credit @The Cricket Lounge


और गुजरात ने शमी को 6 करोड़ 25 लाख रुपए में रिटेन किया था और 6 करोड़ की परफॉर्मेंस इन्होंने उससे ज्यादा वाली दी थी| पूरे आईपीएल के अंदर शमी 17 मैच में 28 विकेट लिए थे,और पर्पल कैप जीत जाते है| पहली बार हुआ था जब शमी ने पर्पल कैप जीता इतनी कमाल की परफॉर्मेंस दी थी गुजरात फाइनल में भी गई थी और कमाल ही कर दिया था मोहम्मद शमी ने अपने तरफ से, इसी चीज को देखते हुए Mohammed Shami रिटर्न आ चुके थे इंडियन टीम में|


और यह वैसे भी इंडियन टीम में लगातार बने हुए थे और 2023 का वर्ल्ड कप आया तो शमी का नाम 15 के स्क्वाड में आ गया अब देखिए शमी का नाम 15 के स्क्वाड में तो आ गया था लेकिन उनके साथ वही होने वाला था जो 2019 में हुआ था|


क्योंकि सामी का नाम 11 के स्क्वाड में आता ही नहीं है एक्चुअली में होता है कि इंडिया जब पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के लिए 11 का स्क्वाड बनता है तो यह देखते है की शमी का नाम तो बन ही नहीं रहा था,बोलिंग यूनिट में जसप्रीत बुमराह मेन बोलर रहेंगे क्योकि दुनिया के बेस्ट बॉलर बन चुके हैं| तो ये रहेंगे मेन बॉलर में साथ में मोहम्मद सिराज का रहना जरूरी है|

2023 के वर्ल्डकप में भी शमी को बेंच पर बैठा दिया 

क्योंकि सिराज अभी एशिया कप में छह विकेट लेकर आए हैं फाइनल के अंदर तो मोहम्मद सिराज जसप्रीत बुमराह टीम में है|हार्दिक पांड्या खेलेंगे ही खेलेंगे जो बोलिंग भी कर सकते हैं ऐसे में टीम ने सोचा कि हमें सिर्फ ऐसा बॉलर चाहिए जो इन तीनों को सपोर्ट कर दे थोड़ा बहुत तो इन्होंने क्या किया कि उन्होंने शमी की जगह शार्दुल ठाकुर को रख लिया जो बैटिंग भी कर लेंगे तो टीम के पास लास्ट तक बैटिंग हो जाएगी|


credit @NDTV Sports


एक बार फिर से Mohammed Shami बिल्कु फिट थे बहुत अच्छी बोलिंग कर रहे है और फॉर्म में है पर्पल कैप जीत के आए हैं और यह बेंच पर बैठ गए वर्ल्ड कप खेलने|Mohammed Shami को कुछ समझ नहीं आ रहा था 2015 वर्ल्ड कप में जब यह चोटिल थे तो टीम में लगातार इनको खिलाया गया फिर 2019 में जब ये फिट थे तो खिला ही नहीं रहे थे और 2023 में जब यह फिट थे तो फिर ये बेंच पर बैठ गए|


लेकिन इस बार इनकी किस्मत में कुछ और ही लिखा था क्योकि चौथा मैच जब इंडिया बांग्लादेश का हो रहा था यहाँ पर हार्दिक पांड्या को इंजरी हो जाती है| और जैसे ही हार्दिक को इंजरी होती है मेनेजमेंट को शार्दुल को भी बाहर करना पड़ता है क्योकि दोनों ऑलराउंडर की जगह अभी टीम में एंट्री करने वाली थी टीम में परमानेंट बैट्समैन सूर्यकुमार यादव और परमानेंट बॉलर मोहम्मद शमी की|


अब देखिए शमी की जब एंट्री होती है तो ये कमाल कर देते हैं| पहले ही मैच में मैन ऑफ द मैच बनते हैं 5 विकेट लेकर जाते हैं| अगला मैच इंडिया इंग्लैंड के साथ होता है और यहां पर इंडिया की बैटिंग कोलेप्स कर जाती है 229 रन इंडिया बना पाती है| सबको लगता है कि यहां पर इंडियन बॉलर्स की ताकत समझ में आएगी कैसे इंडियन टीम बोलिंग कर रही है|

5 विकेट हॉल,7 ओवर में 22 रन और 4 विकेट

और यहां पर क्या होता है शमी 7 ओवर के अंदर 22 रन देते है चार विकेट लेकर जाते है और इंडिया 129 में ऑलआउट कर देती है इंग्लैंड को, मोहम्मद शमी न सिर्फ चार चार पांच पांच विकेट निकाल रहे थे बल्कि मोहम्मद शमी की इकोनवी भी बहुत ज्यादा कम थी|जैसे इंग्लैंड के सामने इन्होने 7 ओवर में 22 रन दिए थे जब की जसप्रीत बुमराह ने इस मैच में 7 ओवर में 32 रन दिए थे|


credit @The Indian Express


वर्ल्ड क्लास बोलिंग थी शमी ने बताया था की अगर इनको मौका मिलता है तो इनसे अच्छी बॉलिंग ICC इवेंट में कोई भी नहीं कर सकता एवं बुमराह भी नहीं|कमाल तो जब हो जाता है जब सेमीफाइनल में मोहम्मद शमी 7 विकेट लेकर जाते हैं|ये इतनी ज्यादा क्लास बोलिंग थी कि आप सोचिए कि सेमीफाइनल के अंदर दो सेंचुरी आई थी, इंडियन टीम से विराट कोहली ने भी सेंचुरी मारी थी|


और श्रेयस ने भी सेंचुरी मारी थी लेकिन मैन ऑफ द मैच कौन बना था मोहम्मद शमी बाद में इंडिया ये वर्ल्ड कप तो नहीं जीता लेकिन शमी ने 7 मैच में 24 विकेट निकाले 24 विकेट 7 मैच के अंदर बिल्कुल एक्स्ट्राऑर्डिनरी थे|


आप सोचिए इसी सेम टाइम में बहुत सारे बोलर 11-11 मैच खेल चुके थे फाइनल को इंवॉल्व करके उसके बाद भी 24 विकेट नहीं ले पाए थे| Mohammed Shami पहले चार मैच मिस करने के बाद भी 7 मैच के अंदर 24 विकेट ले गए| इन्होंने बताया था कि इनको 2019 में अगर मौका मिलता तो वहां भी टॉप विकेट टेकर बनते|


लगातार टॉप विकेट टेकर ही आईसीसी इवेंट में इनके आसपास भी कोई नहीं है|लेकिन होता क्या है की फाइनल के बाद ये फिर से इंजरी का सीकार बन जाते है|इसीलिए 2024 वर्ल्ड कप में इनका नाम नहीं आता क्योंकि इंजर्ड थे|बाद में सब एक्सपेक्ट कर रहे थे की BGT मतलब बॉर्डर ट्रॉफी होने वाली थी 2024 के आखिर में यहां इनका नाम आएगा|

बाहर तभी होते है जब ये इंजर्ड होते है 

लेकिन यहां पे भी मोहम्मद शमी का नाम नहीं आता क्योंकि ये इंजर्ड चल रहे थे|फिट तो हो गए थे लेकिन इनको स्वेलिंग वगैरह हो रही थी और यहां पर टीम में इनका नाम नहीं आ सकता था|रोहित शर्मा ने बोला था की मोहम्मद शमी जब भी फिट होंगे फुली फिट होंगे बिल्कुल टीम इंडिया में बिना सवाल के आ जाएंगे|


credit @Hindustan Times


लेकिन वह अभी फुली फिट नहीं है और हमें हाफ फिट शमी नहीं चाहिए रोहित ने तो बोला था की जैसे ही फिट होंगे टीम में आ जाएंगे और 2025 के स्टार्टिंग में शमी बिल्कुल फिट हो गए|शमी बोले की मुझे टीम में आना है और टीम में इनका सिलेक्शन भी तुरंत कर लिया क्योंकि इतनी ज्यादा क्वालिटी बॉलर थे इनके लिए ड्राप जैसा कुछ नहीं होता भाई यह बाहर तभी होते हैं जब यह इंजर्ड होते हैं|


Mohammed Shami इतनी क्वालिटी बॉलर है उनको रिटर्न लाया गया और जब यह रिटर्न आते है तो ये कमाल कर देते है ये पंजा खोलते है जिसके कारण इनका नाम चैंपियन ट्रॉफी में आता है| और बाद में क्या होता है|पूरे चैंपियन ट्रॉफी के अंदर भी ये 9 विकेट लेके जाते है जब की पूरी चैम्पियन ट्राफी में सबसे ज्यादा विकेट मैटी हैनरी ने लिए है 10 विकेट |


मतलब इंडिया के तरफ से एक बार फिर से मोस्ट विकेट टेकर थे वो भी ICC इवेंट में और इंडिया चैंपियन ट्राफी भी काफी आसानी से जीत चुकी थी|Mohammed Shami ने बताया था की इंटरनेशनल मैच में आईसीसी मैचेज में उनके आसपास कोई नहीं आ सकता यह बहुत कमाल की बोलिंग करते हैं| और जब भी टीम में होंगे पक्का परफॉर्म करेंगे|


और इसीलिए 2025 आईपीएल में SRH ने इनको 10 करोड़ में लिया था क्योकि की इनको भरोसा था की शमी पर्पल कैप जीत चुके है|यहाँ पर ये पर्फोम कर सकते हैं|लेकिन इस बार शमी आईपीएल में टोटल फ्लॉप रहते हैं 9 मैच खेल पाए 6 विकेट लिए और उनको बेंच पर बैठना पड़ता है ना चाहते हुए भी SRH ऐसा करता है|एक मैच तो ऐसा होता जहां मोहम्मद शमी को 74 रन पड़ जाते है|

NCA ने बताया की शमी टेस्ट मैच के लायक नहीं 

किसी को समझ में नहीं आता कि एक्चुअली में चल क्या रहा है और इसके बाद जब इंडिया और इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज होती है|तो यहां पर पता लगता है कि शमी का नाम यहां आया ही नहीं है|अब देखिए BGT में उनका नाम इसलिए नहीं आया था क्योंकि ये फिट नहीं थे लेकिन इंडिया इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज में इनका नाम आना था|


credit @India Today


और यहां पर इनका नाम नहीं आया अब लोग कहने लगे इनका नाम इसलिए नहीं आया क्योंकि आईपीएल में बहुत ज्यादा पिट गए हैं और इनका नाम इसलिए नहीं आया लेकिन ICC बोलता है की ऐसा बिलकुल भी नहीं है,आईपीएल के कारण ऐसा नहीं हो सकता है कि शमी का नाम टेस्ट क्रिकेट में ना आए टेस्ट क्रिकेट आईपीएल से काफी ज्यादा अलग है|


Mohammed Shami का नाम तो आएगा ही आएगा उनका नाम आईपीएल के कारण तो रुक नहीं सकता लेकिन शमी का नाम इसलिए नहीं आया था क्योंकि एनसीए में बोला था कि मोहम्मद शमी टेस्ट क्रिकेट खेलने लायक बच्चे नहीं है|प्रॉब्लम क्या है कि मोहम्मद शमी 5 दिन लगातार तो नहीं खेल सकते मतलब एक दिन आप खिला लो ODI खिला लो 10 ओवर फेंक लेंगे|


लेकिन ऐसा नहीं होगा कि एक मैच के अंदर 50 ओवर डाल दे इतनी ज्यादा उनके अंदर काबिलियत नहीं बची  इतनी सारी इंजरी इनको हो गई है|लेकिन सवाल ये है की ऐसा कैसे हो सकता है,जेम्स एंडर्सन अपनी 40 की उम्र में खेल रहे थे और Mohammed Shami 34 साल में इतनी इंजरी की ये खेल नहीं पाएंगे तो देखिए एकदम से नहीं हो गया कि एकदम से इनको 1 साल की इंजरी हो गई|

बहुत अधिक चोट(Injury)इंजर्ड 

2023 में और उसके बाद भी नहीं खेल पा रहे हैं एक्चुअली मोहम्मद शमी का पूरा करियर ही इंजरी से लपेटा हुआ है| हुआ क्या था कि शमी 2013 में ही डेब्यू किये थे 2 साल बाद 2015 में इनको सबसे पहली इंजरी हुई थी उस इंजरी के चलते वर्ल्ड कप इनका अच्छा नहीं गया सेमीफाइनल में बहुत मार खा गए थे ऑस्ट्रेलिया के सामने बादमें 9 महीने का बेड रेस्ट इनको मिल गया|


credit @Jagran


2016 वर्ल्ड कप T20 वर्ल्ड कप इनके हाथ से निकल गया इंजरी के चलते 2017 में रिकवर हुए 3 महीने खेले तीन टेस्ट मैच खेले उसके बाद यह फिर इंजर्ड हो गए|फिर 2017 में बेड रेस्ट में गए बाद में 2018 इनका ठीक था|अब 2019 में फिट थे लेकिन 2019 में टीम इनको ड्रॉप कर देती है सिर्फ कांबिनेशन के कारण बाद में 2023 में अपने पिक में जाते हैं इतना अच्छा परफॉर्म करते हैं कि किसी ने सोचा भी नहीं था|


लेकिन उसके बाद यह फिर इंजर्ड हो गए और एक साल के लिए बेड रेस्ट पे चले गए| तो इसके बाद शमी के पास इतना स्टेमिना नहीं बचा की वो टेस्ट क्रिकेट खेल पाए इसलिए वो टेस्ट क्रिकेट बंद कर चुके थे|लेकिन अभी जब एशिया कप के स्क्वाड आई तो यहां पर भी मोहम्मद शमी का नाम ही नहीं आया अब देखिए नए बॉलर्स आप देख रहे हैं तो आपको शमी की याद नहीं होगी|


लेकिन एशिया कप अगर हो रहा है तो यहां पर शमी का नाम होना था क्योंकि T20I फॉर्मेट में है|तो शमी का नाम टेस्ट में नहीं आना है T20I और ODI तो ये खेल सकते है तो इनका नाम एशिया कप में तो आता लेकिन इसके बाद भी इनका नाम नहीं आया 15 मेंबर के स्क्वाड में भी नहीं आया है|लेकिन इनका नाम क्यों नहीं आया है देखिए अभी शमी इंजर्ड भी नहीं है ये बिल्कुल फिट है इसके बाद भी इनका नाम एशिया कप में नहीं आया|

बीसीसीआई चाहता है कि वह 2027 तक खेलें

और उसके दो बड़े रीजन निकल के आए हैं, सबसे पहला रिजन यह है की 2025 आईपीएल में शमी को बहुत रन पड़े है अब आईपीएल के कारण टेस्ट में कोई इंपैक्ट ना पड़े लेकिन आईपीएल के चलते T20 क्रिकेट सिलेक्शन में सवाल उठेगा तो ऐसे में जब एशिया कप T20 फॉर्मेट में खेला जा रहा है तो आईपीएल के कारण उनका नाम हो सकता है ना आया हो और इसलिए इनका नाम नहीं आया|


credit @ESPNcricinfo


लेकिन दूसरा सबसे बड़ा रीजन निकल के आ रहा है न्यूज़ के हिसाब से यह कह रहे हैं कि आईसीसी देखना चाहता है दूसरी चीज जो news से निकल कर आया है वो ये है की BCCI चाहता है की शमी की उम्र अभी 35 हो गई है तो वो चाहते है की वो बड़े बड़े टूर्नामेंट खेले|


ODI वर्ल्ड कप खेल सकते हैं तो टेस्ट क्रिकेट 20-20 क्यों खेल क्योंकि बड़े टूर्नामेंट के लिए रिजर्व है और अगर यह चीज बहुत ही बढ़िया चीज है क्योंकि इसके चलते शमी 2027 वर्ल्ड कप भी खेल लेंगे और वह बहुत ही बढ़िया होगा उनके लिए क्योंकि आईसीसी टूर्नामेंट में वो बेस्ट है| एवं ODI आईसीसी टूर्नामेंट में तो उनके लेवल का कोई भी नहीं है इंडियन टीम में तो ये बनता है कि वह खेले, बाकी शमी को भी पता है कि उनका करियर दो-तीन साल में ख़त्म हो जाएगा|


तो शमी भी अब यूट्यूब चैनल में काम कर रहे हैं वीडियो डाल रहे है| क्योंकि उनको पता है कि अब दूसरा कैरियर चूज करना पड़ेगा बाकी इस तरीके से शमी का जो करियर था 12 साल इंटरनेशनल का ये बहुत ज्यादा अप्रत्याशित था कभी भी इनका सिलेक्शन होता कभी नहीं होता कभी इंजर्ड हो जाते कभी फिट हो जाते एवं जब ये इंटरनेशनल नहीं खेल रहे थे तब तक इनका करियर बहुत अनसर्टेन था|

रिटायरमेंट के सवाल पर भड़के शमी

Mohammed Shami के रिटायरमेंट के उपर कुछ जान लेते है|टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के रिटायरमेंट को लेकर लगातार खबरें निकलकर सामने आ रही थी काफी समय से हम देख रहे हैं कि मोहम्मद शमी फिट है नेक्स्ट में प्रैक्टिस करते हुए नजर आ रहे हैं अलग-अलग जगह पर प्रैक्टिस करते हुए नजर आ रहे हैं|


credit @News9live


लेकिन तब भी टीम इंडिया में उनकी वापसी नहीं हो पा रही है हमने देखा कि टेस्ट सीरीज खेली गई जिसमें मोहम्मद शमी को नहीं चुना गया उसके बाद लगातार यह चर्चा की जाने लगी कि क्या अब शमी क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे लेकिन जब यह सवाल उनके दिमाग में आया या जब उन्होंने सोशल मीडिया पर यह सारी चीज देखी रिटायरमेंट की खबरें देखी, उसको लेकर मोहम्मद शमी भड़क गए उनका गुस्सा आ गया और उन्होंने कहा कि भाई मुझसे दिक्कत क्या है|


अब एक इंटरव्यू कि यहां पर बात करे तो, जिसमें उन्होंने अपने रिटायरमेंट से जुड़ी जो खबरें निकलकर सामने आ रही थी उस पर अपने दिल की बात रखी खुलकर उन्होंने यहां पर बयान दिया है| उन्होंने कहा कि डोमेस्टिक क्रिकेट में मेहनत करने के लिए मैं तैयार हूं और मेरा लक्ष्य टीम इंडिया में वापसी करना है|और इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि मैं भारत को 2027 ODI वर्ल्ड कप जीताना चाहता हूं|

मोहम्मद शमी ने संन्यास पर कहा

शमी ने कहा अगर किसी को दिक्कत है, तो वह मुझसे आकर मिलिए मुझसे आकर कहिए क्या मेरे संन्यास लेने से किसी का जीवन बेहतर हो जाएगा मुझे बता दीजिए मैं किसकी राह में रोड़ा बन गया हूं जो आप चाहते हैं कि मैं रिटायरमेंट ले लूं जिस दिन मेरे अंदर बोरियत आ जाएगी मैं चला जाऊंगा आप मुझे नहीं चुनेंगे|


credit @LatestLY


लेकिन मेरी मेहनत जारी रहेगी उन्होंने यह कहा है उन्होंने यह भी कहा कि टीम इंडिया में सिलेक्शन नहीं होता है तो डोमेस्टिक मैचो में पसीना बहाउंगा, यह भी कहा कि यह फैसला तब लिए जाते हैं जब क्रिकेट से बोरियत होने लगती है| लेकिन अभी उनके करियर को विराम देने का यानी कि उनके करियर पर ब्रेक लगाने का समय जो है वह नहीं आया है|


साफ तौर पर यहां पर शमी ने अपनी रिटायरमेंट की अटकलें पर विराम लगा दिया है उन्होंने साफ तौर पर खुलकर यह बयान दिया है कि जब तक मैं बोर नहीं हो जाऊंगा जब तक मैं क्रिकेट से ऊब नहीं जाऊंगा तब तक मैं यहां पर रिटायरमेंट का ऐलान नहीं करूंगा डोमेस्टिक क्रिकेट में मेहनत करता रहूंगा भले ही सेलेक्ट किया जाऊ या ना हो, लेकिन कोशिश जरूर यह रहेगी उन्होंने कहा कि मैं उस टीम का हिस्सा होना चाहता हूं जो 2027 में इंडिया के लिए वर्ल्ड कप खेलेगी और जीत भी मैं दिलाना चाहता हूं|


क्योंकि वह 2023 में उन्होंने कहा कि मैं काफी ज्यादा प्रेशर महसूस कर रहा था फाइनल मुकाबले में अब आप देखिए 2023 में टीम इंडिया ने 10 मैचेस लगातार जीते सिर्फ फाइनल मुकाबला टीम इंडिया हार गई उसको लेकर भी शमी कहीं ना कहीं भावुक हो गए उन्होंने कहा फाइनल मैच में मैं प्रेशर महसूस कर रहा था कहीं ना कहीं जिस वजह से मेरा प्रदर्शन जो था वह अच्छा नहीं रहा इस वजह से मैं 2027 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के लिए खेलना चाहता हूं और इंडिया को वर्ल्ड कप जीतना भी चाहता हूं|



Tags: